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मैं किसी से भी नही डरती हूँ, mai kisi se bhi nahi darti hui, मैं इंजेक्शन से बहुत डरती हूँ।

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दोस्तो आज मैं कुछ ऐसा बताने वाली हूँ। जिसे सुनकर आप लोग दुखी होने वाले हो, नही नही मुझे नही पता कि आप लोग खुश होंगे या दुखी मैं ने तो ऐसे ही बोल दिया कि आप लोग दुखी होने वाले हो|

मैं किसी से भी नही डरती हूँ,

दोस्तो आज मैं ने अपनी एक कमजोरी  बताने वाली हूँ। जी हाँ, आप लोगो ने सही पढ़ा मैं आप लोगो को सच्ची अपनी एक कमजोरी बताने वाली हूँ।

बैसे तो मैं किसी से भी नही डरती हूँ।मगर एक चीज है जिससे मैं बहुत डरती हूँ, अरे ऐसे क्या देख रहे आप लोग इतना भी नही डरती हूँ।

मैं किसी से भी नही डरती हूँ,

थोड़ा थोड़ा डरती हूँ दोस्तो बैसे कभी भी कोई अपनी कम्जोरी किसी को नही बताता है। मगर हम आप लोग को बता रहे हैं। तो मेरे प्यारे दोस्तो वह मेरी कौनसी कमजोरी है यह जानने के लिए तैयार हो जाये। 

दोस्तो वह है (इंजेक्शन) जी हाँ, जिससे UP wali chhori डरती है। आप  लोगो को शायद अकिन नही होता होगा क्यो मैं सही कह रही हूँ, मगर क्या करे दोस्तो यह सच है मैं इंजेक्शन से बहुत डरती  हूँ। 

 mai kisi se  bhi nahi darti hui, 

दोस्तो अगर मुझे इंजेक्शन की जरुरत होती है, यानी कभी बुखार बगेरा आ जाता है । तो इंजेक्शन की जरुरत होती है या कोई और प्रोब्लेम होती तब भी इंजेक्शन की जरुरत होती है। ऐसे ही मुझे कोई प्रोब्लेम थी तो मेरी अम्मी मुझे झुठ बोल कर डॉक्टर की दुकान पर ले गई थी। दुकान पर जा कर पता चला कि दवाई के साथ इंजेक्शन भी लगवाना पड़ेगा डॉकटर जब इंजेक्शन में दवाई भर रहा था। तो मैं उसे देखकर बहुत रो रही थी इतना तेज रो रही थी कि डॉक्टर की दुकान भीड़ से भर गई थी।

अरे यह तो कुछ भी नही है दोस्तो एक बार मेरी अम्मी मेरा blood check कराने होस्पितल लेकर गई थी। वहाँ जाकर पता चला कि अब मेरा खून चेक होगा यह सुनकर मैं वहा से भागने लगी मगर मेरी अम्मी ने मुझे पकड़ लिया मैं नही भाग सकी होस्पिटल से, मुझे उस समय का कुछ याद है कुछ याद नही  है क्योकि मैं उस समय बहुत छोटी थी। जब मैं रो रो कर यह कहे जा रही थी। कि मैं इंजेक्शन नही लग वाउँगी तभी मुझे एक डॉक्टर ने एक बिस्टिक का पैकेट और एक नमकीन का पैकेट दे रहे थे, इसलिए कि मैं इंजेक्शन के लिए मान जाऊँ।

मैं इंजेक्शन से बहुत डरती  हूँ। 

मगर मैंने कुछ नही लिया मैं एक ही  बात बोले जा रही थी। कि मुझे इंजेक्शन नही लग वाना है मगर मेरी बात कोई नही सुन रहा था। मेरी खून चेक करने वाले डॉक्टर के पास ले कर गई उस डॉक्टर ने इंजेक्शन में दवाई भर ते हुए कहा अपने हाथ की ऊँगली लाओ जब डॉक्टर ने यह कहा कि ऊँगली लाओ तब मुझे समझ आया कि ऊँगली में से खून निकाला जाएगा। मैं यह सब सोच ही रही थी कि तब तक डॉक्टर ने मेरी ऊँगली पकड़ ली मैंने जल्दी से अपना हाथ जोरसे झिठा मार कर छोड़कर बाहर आ गई थी।

मगर मेरी अम्मी ने मेरा पिछा नही छोड़ा दो और लोगो से पकड़वा कर फिर मुझे उसी कमिने डॉक्टर के पास लेकर आ गई दो लोगो ने मेरे हाथ पकड़ रखे थे। मगर दोस्तो पैर पकड़ना साले भुल गए थे डॉक्टर इंजेक्शन लेकर मेरी तरफ बढ़ा मेरे हाथ तो पकड़ रखे थे। मगर पैर मैं बहुत तेज चला रही थी इसी बिच डॉक्टर के लात लग गई थी वह बहुत ही जोर से दोस्तो मैं ऐसे तड़्फ रही थी जैसे कि बिना पानी के मछली तड़फती है। 

मगर इंजेक्शन से फिर भी नही बच सकी। मै कभी कभी सोचती हूँ कि डॉक्टर लोगो को जरासी भी दया क्यो नही आती है। कितना बच्चा रोता  है फिर भी डॉक्टर को कोई फरक नही पड़ता है।न जाने कौन बना देता है इन लोगो को डॉक्टर। 

UP wali chhori,,

    

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