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बस इतनी ही हिम्मत है, Itni himmat hai ,

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मेरे प्यारे दोस्तो बैसे तो यह पुछने वाली बात नही है। मगर मैं फिर भी पुछ लेती हूँ।  यह सोच रहे हो मैं अब क्या पुछने वाली हूँ। अरे आप लोग परेशान न हों मैं यह पुछने वाली हूँ। कि आप लोग कैसे हैं ठीक ठाक तो हैं कोई परेशानी तो नही है। दोस्तो आज का ब्लोग यानी आर्टीकल शुरु करते हैं।

challenge

दोस्तो  आज मैं आप लोगो को एक ऐसे (challenge) के बारे में बताने वाली हूँ। जो कि मुझे किसी ने किया था

challenge

आप लोग जान ना चहोगे किसने किया था मुझे challenge दोस्तो इस challenge से मेरी यानी आपकी UP wali chhori की जान भी जा सकती थी। मगर अफ्सोस कि मेरी जान नही गई और मैं इस धरती पर बूझ आज भी हूँ।

दोस्तो यह challenge मेरी कमिनी मेरी साथी मेरे अच्छे बुरे काम में साथ देने वाली, अब आप लोग समझ गए होंगे मैं किस की बात कर  रही हूँ।

मुझे लग रहा है आप लोग नही समझे कोई नही मैं समझाती हूँ, दोस्तो Challenge करने बाली मेरे बड़े पापा की लड़की थी। हाँ दोस्तो हाँ एसी ने मुझे Challlenge किया ऐसा Challenge  जिससे मेरी जान भी जा सकती थी, जी हाँ आप लोगो ने सही पढ़ा।

इतनी हिम्मत है

दोस्तो यह मेरी कजिन मेरा हाथ पकड़ कर मुझे छत पर ले गई थी। फिर मुझे छत से निचे की तरफ दिखा ते हुए बोली,,, तू बहुत हर समय बोलती रहती है, कि मुझ में बहुत हिम्मत है। तो आज हिम्मत दिखाने का दिन आ गया है, 

मैं उसकी बात सुनकर बोली कैसे क्या मतलब,,,

उसने कहा अगर तुझ में सच में मुझसे ज्यादा हिम्मत है तो तू  आज यहाँ से कूद कर दिखा।

 मैं उसकी बात सुनकर बिल्कुल हैरान रह गई,,

फिर मैं ने कहा नही मैं नही कूदोंगी,, यहाँ से कुदने पर नीचे नही सीधा खुदा के घर का टिकट कट जाएगा।

मेरी बात सुनकर वह हँसी और बोली,, बस इतनी ही हिम्मत है।

बस इतनी ही हिम्मत है, यह बात उसकी दिल को छु गई फिर मैंने उससे बोला हिम्मत की बात न  कर हिम्मत बहुत है।

फिर उसने दुबारा बोला अगर हिम्मत है तो कूद यहाँ से डर क्यो रही है। 

यह सब सुन कर मैं कूदने को तैयार  हो गई,,

ददोस्तो छत से नीचे की तरह बिल्कुल थोड़ा सा धान का पियाल पड़ा था। बिल्कुल थोड़ा सा,,

दोस्तो मैं खुदा का नाम लेकर कूद गई थी। जब मैं कूदी तो मेरी एक बहुत ही जोर से चीख निकली और मेरा सर दिवार से टकराया मुझे चक्कर आ गया जब मैं आँखे खुल रही तो ऐसा लग रहा था, जैसे के सब  कुछ गोल गोल घुम रहा है। 

मैं कुछ समय दिवार से टिकी बैठी रही तब तक मेरी कजिन आ गई और वह घबराती हुई बोली तू ठीक तो है। 

मुझे उस पर बहुत ही गुस्सा आया रहा था। मैं ने उसकी किसी भी बात जा कोई भी जबाब नही दिया था।

फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे उठा ने लगी मैने उससे अपना हाथ छोड़ाया और धीरे धीरे घर आ गई थी। 

घर आ कर मैंने परिवार में किसी से नही कहा और न मेरी कजिन ने कुछ कहा किसी से इस सब बात को  ले कर हम दोनो में तीन चार दिन बिल्कुल बात नही हुई थी।

दोस्तो अब मिलते अगले ब्लोग, और हाँ मेरी बहुत ही जरुरी सलाह सुनते जाओ सलाह यह है कि कभी भी किसी को ऐसा Challenge मत करना और नही किसी का ऐसा Challenge स्वीकार करना जिस में आपकी जान  का खतरा बन जाए | OK Guy's 

UP wali chhori,, 

      

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