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तू पहला कलमा तय्यब ला इलाह इल्ललाहु महम्मदुर रसूललल्लाह पढ़,

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Hii, ✋ मेरे प्यारे प्यारे दोस्तो कैसे हैं आप  लोग सब लल्लन टाप चल रहा है। दोस्तो आप लोगो का तो नही पता कैसे हैं, मगर मैं बताती हूँ। कि मैं कैसी हूँ, फिलाल ठीक ही हूँ। 

दोस्तो आज मेरी लाइफ का डरावना Moment आप लोगो को बताती हूँ। भूतया कहानी बता ने वाली हूँ  फिलाल आप लोग डरना मत क्योकि मैं हूँ आप लोगो के साथ😂,,


भूतया कहानी

दोस्तो एक बार मैं और वही मेरी साथी मेरे बड़े पापा की लड़की यानी मेरी कजिन और उसका भाई और मेरा भाई हम चारो लोग एक दिन शाम के समय अपने गाँव के पास वाले जंगल गए थे। और वह भी पता है आप लोगो को किस जंगल में गए थे। हम लोग उस जंगल में गए थे जिस पर जंगल में हम ने भूत या भूतनी के रहने की बात सुनी थी। और आप लोगो को पता है कि हम लोग किस Time जंगल में गए थे, शाम के 5बज, रहे थे। 

मेरी कजिन

दोस्तो हम चार लोगो की Team उस जंगल में गई थी। मगर कुछ समय के बाद वहाँ सिरफ दो ही बचे थे क्योकि हमारे दोनो के भाई वहाँ से डर की बजह से भाग गए थे। और बाद में मैं और मेरी बहन यानी कजिन वहाँ रह गए थे हम दोनो भी बहुत डर रहे थे। 

मगर हम वहाँ रुक गए थे। और इधर उधर देखने लगे फिर कुछ समय के बाद मेरे पिछे से बहुत ही जोर जोर से हँसने की अवाज आई मैंने पिछे देखा  तो मेरी कजिन हँस रही थी। मैं उसका हँसना देख कर बहुत ही डर गई थी क्योकि वह अजिब तरह से हँस रही थी। मैं ने उससे बोला हँसना बंद करो मगर उसनी मेरी एक न सुनी देखते ही देखते वह और भी जोर से हँसने लगी और अब तो मुझे और भी ज्यादा डर लगने लगा। 

Herror movie

और तुरंत मेरे मन में यह बात आई कि कही मेरी कजिन के शरीर में भूतनी या भूत तो नही घुँस गया मेरे मन में न जाने कौन कौन से ख्याल आने लगे थे।जैसे हम Herror movie देखते हैं सब वही मेरे दिमाग में आ रहा था यह सब सोच सोच कर मैं और भी ज्यादा डर रही थी। मुझे समझ नही आ रहा था कि मैं क्या करो मगर फिर भी मैं हिम्मत जुटा कर अपनी कजिन के पास गई और डरती डरती बोली, अरे तुझे क्या हुआ इतनी जोर जोर से क्यो हँस रही है। मगर उसने इस बार भी कोई जवाव नही दिया।

पहला कलमा तय्यब

फिर मेरे मन में यह सवाल आया। कि यह मेरी कजिन के रुप में कोई  भूत या भूतनी तो नही है, यह बात confirm करने के लिए कि यह कोई भूत या भूतनी तो नही है मैंने अपनी कजिन से डरते हुए बोला, तू पहला पहला कलमा तय्यब ला इलाह इल्ललाहु महम्मदुर रसूललल्लाह पढ़। मगर मेरे बोलने से उस पर कोई असर नही हुआ ऐसा लग रहा था कि वह मेरी कोई बात सुनी ही नही है। 

मैंने फिर दुबारा यह ही बोला पहला कलमा पढ़। मैंने उससे चार पाँच बार यह  बोला तू पहला कलमा पढ़, मगर वह मेरी एक नही सुन रही थी। मुझे डर तो बहुत लग ही रहा था  मगर वह जब मेरी किसी बात का कोई जबाव नही दे रही थी। तो मुझे बहुत गुस्सा  भी आ रहा था।

फिर मैंने गुस्सा में एक मोटा सा ढन्डा उठाते हुए बोली ,अगर अब तूने मेरी बात नही मानी तो इस ढंडे से तेरा सर फूड़ दुंगी। वह मेरे चेहरे की तरफ देखने लगी उसे पता था कि जब मुझे बेहद गुस्सा आता है तो मेरा चेहरा लाल सा होने लगता है। जैसे ही मैं उस की तरफ उसे मारने को बढ़ी एक दम से उसने पहला कलमा पढ़ा और हँसती हुई बोली अरे तू बहुत डर गई थी। मैं तो मजाक कर रही थी मैं देखना चहा रही थी कि UP wali chhori जब डरती है तो कैसी लगती है। 

यह सब सुनकर मैंने एक जोर से उसके थप्पड़ लगाया। और मैं ने कहा कोई ऐसा मजाक भी करता है क्या, वह हसी और बोली मैं करती हूँ। फिर हम वहाँ से जल्दी से घर आ गए थे। और घर पर उसने यह बात सब को बता दी और सब बहुत हँस रहे थे। 

दोस्तो अब मैं चलती हूँ। और बहुत ही जल्द मिलते हैं अगले ब्लोग में जब तक ले लिए आप लोग अपना ख्याल रखये।

UP wali chhori,, 

   

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