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Uncategories UP wali chhori ,,,,,,,Haldwani tralling, मगर उस शादी की दूल्हन बहूत ही प्यारी थी,

UP wali chhori ,,,,,,,Haldwani tralling, मगर उस शादी की दूल्हन बहूत ही प्यारी थी,

 My 36 blogs ,, 👭👭Hii, Hello How are you friends,, 

तो मेरे प्यारे प्यारे दोस्तो कैसे हो। मेरे ख्याल से आप लोग अच्छे ही होगे, क्यो सही कहा न मैं ने। 

Haldwani tralling,

एक बार दोस्तो मैं और मेरी दोस्त रुपा हम दोनो हल्द्वानी किसी काम से गए थे। और रुपा की भावी भी हल्द्वानी में रहती थी। हम दोनो बहुत ही मस्ती करते हुए हल्द्वानी पहुचे हल्द्वानी पहुचते ही रेस्टोरेंट्स में गए और हम दोनो ने चाउमीन खाई और फिर भावी के घर के लिए जा रहे थे। तभी मेरिज हॉल दिखा जब हमने मेरिज हॉल के अंदर जाकर देखा तो वहाँ दुल्हन डांस कर रही थी। और दूल्हन की बहुत सारी फ्रेंड लोग डांस कर रही थी वह शादी हम ने ऐसे Enjoy जैसे के हमे यहाँ Invite किया हो। फिर कुछ सयम बाद एक लड़की हमसे बोली कि हम भी डांस करे‌ं मगर हमने मना कर दिया। मगर उस शादी की दूल्हन बहूत ही प्यारी थी। हमने दूल्हन से बहुत सारी बात की और उसको  बताया कि हम शादी में invite  नही है। 

फिर दूहन ने बोला कि कोई बात नही है। अब मैं आप दोनो को invite करती हूँ। कि आप दोनो मेरी बिदाई तक मेरी शादी Join कर्रो please यह दूल्हन ने बोला। मगर हमे सयम नही था हमे भावी  के घर भी जाना था इसलिए इतने सयम तक हम शादी में नही रुक सकते थे। हमने दूल्हन से इजाजत ली और बहुत सारी सेल्फी ली और फिर हम वहाँ से चल दिए। और फिर हम भावी के घर पहुचे वहाँ पहुच कर भी बहुत ही अच्छा लगा। अच्छा लगने की यह वजह थी कि भावी का बहुत ही प्यारा व्यावहार था। 

वह ऐसे बात कर रही थी। जैसे कि मैं उनकी सगी हू सच में भावी बहुत प्यारी थी। और उनके दो बेटे है वह भी बहुत प्यारे हैं हल्द्वानी जाने की वजह यह थी कि एक ने हमे बोलाया था Job के लिए मगर वहाँ कोई Job नही थी। हमे उस कमिनी ने धोखे से बोलाया था वहाँ जाकर देखा तो कुछ और ही माजरा था।

 वहा जाकर पता चला सब कुछ तो बहुत ही झगड़ा हुआ उस लड़की से झगड़ा कर के हम वहाँ से आ गए। अब हम वापस आ रहे थे तभी रास्ते में रुपा का भाई मिल गया वह हमे रेस्टोरेंट्स ले गया उसका एक फ्रेंड भी साथ था। रेस्टोरेन्ट्स में पेस्टी खाई सिरफ चार पेस्टी Odar की और जब पेस्टी खाने के बाद Pament की बारी तो देखा कि 360 rupees का will बना  only four pesty में जो पेस्टी मैं 10 रुपय की अपने गाँव खाती थी। वह पेस्टी हल्द्वानी  के रेस्टोरेन्ट में एक 90 रुपय की थी मैं बहुत हैरान थी। रेस्टोरेन्ट से फिर हम लोग सब घर आ गए थे।

Note,

दोस्तो अब Story  का यहाँ ही D end करते हैं। और बहुत ही जल्द मिलते अगले आर्टिकल में जब तक के लिए Bye,,,,,,, Bye,,,,, take,,,,, care,,, Best,,,, of ,,,,,, luck,,

UP wali chhori,,


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