My 64 blogs,,
हेलो,, मेरे प्यारे प्यारे दोस्तों कैसे हो आप सब लोग,,, धत तेरी फिर से मैं वैसे पूछने लगी कोई बात नहीं है आप सबका ख्याल रखना भी तो मेरी जिम्मेदारी है न,,,,
हमारी बचपन की रेसिपी
आपका तो पता नहीं बस मेरे लिए बहुत ही इंटरेस्टिंग आज की पोस्ट होने वाली है,, मेरे लिए तो हर पोस्ट बहुत ही अच्छी और इंटरेस्टिंग होती है क्योंकि मैं इतनी मेहनत करके लिखती हूं।
अच्छी आज वाकई बहुत अच्छी पोस्ट है आज की पोस्ट का नाम है हमारी बचपन की रेसिपी जी हां आपने सही पढ़ा और सही है सुना है।
नाम है हमारी बचपन की रेसिपी ऐसी रेसिपी जिसको आप पढ़ कर या तो हमें पागल समझोगे या फिर महा पागल अगर ऐसा सोचा भी ना आपने हमें पागल समझने की गलती भी की ना तो मुंह तोड़ दूंगी झूठ नहीं बोल रही हूँ सच्ची मुंह तोड़ दूंगी।
वैसे हर कांड के पीछे हम तीन लोग ही होते है
तो चलिए मेरे दोस्तों बताती हूं कि हमारे बचपन की रेसिपी क्या थी कैसी थी कौन सी थी सबसे पहले,,, आप यह सोचते होगे ना कि हम मतलब मैं हमारी क्यों बोल रही हूँ। मैं हमारी इसलिए बोल रही हूं क्योंकि मैं और मेरा छोटा भाई हम दोनों की रेसिपी यह महान काम हम दोनों ने मिलकर किया था।
वैसे हर कांड के पीछे हम तीन लोग ही होते है हर बार मैं मेरे बड़े पापा की लड़की यानी मेरी कजिन और मुझसे छोटा मेरा भाई हम तीनों मगर इसमें कजिन नहीं है मेरे पापा की लड़की नहीं है मैं और मेरा भाई है।
तो चलिए आज की रेसिपी ज्यादा समय न लेते हुए शुरू करते हैं दोस्तों एक बार हमारी मम्मी पापा घर पर नहीं थे तो हमने कुछ करने की कोशिश की थी क्योंकि अम्मी पापा घर पर होते हैं तो कुछ नहीं करने देते थे तो इस बार हमने मूके का फायदा उठाया था ।
खाना बनाना हमें बहुत अच्छा लगता था खाने में कोई मामूली सी चीज जैसे सब्जी दाल रोटी नहीं स्पेशल बनाने का शौक था तो हर बार की तरह इस बार भी हमें यह मौका मिला था कोई घर पर नहीं था तो मैंने मेरे भाई ने कुछ बनाने की सोची थी तो हम दोनों ने बहुत देर सोचा तो हमारे खुराफाती दिमाग में गुलाब जामुन वाली रेसिपी आई थी।
तो सब दिल थाम कर बैठिए गा बहुत ही अच्छी होने वाली है यह रेसिपी दोस्तो हम उस समय बहुत छोटे थे,, उस टाइम तो हमें यह भी नहीं पता था कि आलू कैसे बनते हैं और हम बनाने क्या चले थे गुलाब जामुन हम जो भी चीज बनाते थे तो उसका कलर देखकर बनाते थे।
गुलाब जामुन के ऊपर का कलर चॉकलेटी चॉकलेट ऐसा होता है तो हमने भी सोचा जामुन बनाने में कौन सी बड़ी बात है फिर मैंने थोड़े से कच्चे चावल लिए और पानी में भिगो दिये 1 घंटे के बाद मैंने वह चावल बारीक पीस लिए पीसने के बाद उसके गुलाब जामुन जैसे गोल गोल रसगुल्ले जैसे बना लिए थे।
गोल-गोल गुलाब जामुन
उनको और फिर थोड़ी देर के बाद हमने एक कड़ाई में तेल लिया गुलाब जामुन को तलने के लिए तेल गर्म होने के बाद सारे बनाए हुए गोल-गोल गुलाब जामुन जैसी हमने तेल में तल लिए थे सारे तलने के बाद हमने देखा कि वह बहुत टाइट थे।
टाइट तो होंगे ही न क्योंकि चावल के भी क्या गुलाब जामुन बनते हैं पर हम जो करें वह सब सही होता है। है ना दोस्तों फिर मैंने सोचा अभी टाइट है मगर चासनी में इसको डालेंगे तो यह मुलायम हो जाएंगे फिर मैंने चासनी बनाई चासनी कैसे बनाई थी बताती हूं।
थोड़ा पानी लिया दोनों मिक्स किया लगभग 1 मिनट तक हमने चासनी को गर्म किया था अब वो क्या है ना हमको पता ही नहीं था कि चासनी कैसे बनती है बनाने चले थे काले काले गुलाब जामुन हमने उस चासनी में डाल दिए थे डालने के बाद कम से कम 2 घंटे हमने उसी में रहने दिए थे।
एक खाकर भी देखा जब मैंने खा कर देखा गुलाब जामुन तब पता चला यह तो दुनिया के सबसे ज्यादा अच्छे और प्यारे और टेस्टी बने है जी हां सच्ची सच्ची में झूठ नहीं बोल रही बहुत अच्छे बने थे अगर आपको विश्वास नहीं हो रहा था तो एक बार बना कर देखो जिंदगी भर उनका जायका नहीं भूलोगे।
आप लोगो को मेरे ख्याल से एक बार बनाकर जरूर खाने चाहिए ऐसी ही जैसे हमने बनाई थी नहीं तो आपको पता कैसे चलेगा कि हमने कितने टेस्टी बनाए थे अगर पसंद आई हो हमारी रेसिपी प्लीज एक बार बनाकर जरूर देखना बैसे तो आपकी मर्जी है।
तो चलिए दोस्तों अब आर्टिकल एंड होता है बहुत ही जल्द मिलेंगे आपको अगले ब्लॉग में अगर जिंदा रहे तो मर गई तो मिलेंगे कयामत वाले दिन अपना ख्याल रखना मुझे भी दुआओं में याद रखना bye bye take care best of luck my dear फ्रेंड्स,,,,
ConversionConversion EmoticonEmoticon