news

Uncategories जूगनू अंधेरे में भी मंजिल को ढूंढ लेता है। joognu andhere me bhi manjil ko dhundh lete hain,

जूगनू अंधेरे में भी मंजिल को ढूंढ लेता है। joognu andhere me bhi manjil ko dhundh lete hain,

 MY SECOND BLOGGERS                                        Hey my all friends, how are you.

मेरे प्यारे दोस्तो कैसे हैं आप लोग उम्मीद है कि आप लोग अच्छे नही हो क्यो  सही कहा मैं ने मगर टेंशन की बात नही है  अब मैं आ गई हूँ। 



Add caption


जूगनू अंधेरे में भी मंजिल को ढूंढ लेता है


दोस्तो मेरे आम्मी पापा बहुत आच्छे हैं।मैं इनकी इकलौती बेटी हूँ।मगर मेरे अम्मी पापा सब लोगो को देख कर पढाना नही चाह रहे  थे।

मगर मुझे बहुत सोक था पढने का मेरे घर के पास  एक भाई टुशन पढाते हैं, उनकी बहन मेरी फ्रेंड है उससे मैंने बोला कि वो मेरी अम्मी पापा से मेरी पाढाई के लिए बोले और मैंने भी बहुत जिद की। 

दोस्तो कहते हैं न कि अगर किसी चीज को सिद्दत से चाहो तो पुरी कायनात उस चीज को पाने में मदद करती है। दोस्तो 
पढाई की इजाजत मिल गई। मगर सिरफ एक घंटे की टूशन जाने की स्कूल जाने की नही।मगर मै फिर भी बहुत खुश थी।स्कूल मे ऐड्मिशन ले लिया और  प्रेंसिपल से यह बोल दिया कि मैं किसी वजह से स्कूल मे नही आ सकती हुँ।प्रेंसिपल मान गए और ऐडमिशन ले लिया और मैं एक घंटे की टूशन पढ कर पेपर देती हुँ आज भी।सन ( 2015) में मेरा ऐडमिशन 10वी क्लास मेंं हुआ था।10वी  क्लास में मैंने कैसे पेपर दिए थे, ये मैं आपको अगले ब्लोगर में बताउँगी, तो इंतेजार किजिए अगले ब्लोगर का। 
 
                            यूँ ही नही मिलती राही को मंजिल,
             एक जूनून सा दिल में जगाना पड़ता है,
                           पुछा चिड़िया से कैसे बना असियाना 
                            बोली‌‌‌-‌‌‌
             भरनी पड़ती है उड़ान बार बार,
                            तिनका तिनका उठाना पड़ता है। 

जूगनू अंधेरे में भी मंजिल को ढूंढ लेता है, क्योकि वह कभी रोशनी के मुहताज नही होत।

तो मेरे प्यारे प्यारे दोस्तो बहुत ही जल्द मिलते हैं अगले ब्लोग में जब तक के लिए आप अपना ख्याल रखिए। और हाँ मुझे मत भूलना दुआऔ में याद रखना,,ओ,के ,,

 UP se UP wali  chhori,   

Oldest